डॉण् भुवनेश शर्मा, दीपा वर्मा
इस अध्ययन में, माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के बीच भावनात्मकपरिपक्वता और उनकी शैक्षिक उत्कृष्टता के संबंध का अध्ययन विभिन्न मापदंडों के उपयोग द्वारा किया, जैसे कि प्रश्नपत्रों का उपयोग, साक्षात्कार और शैक्षिक रिकॉर्ड्स की जाँच, ताकि हम विद्यार्थियों की भावनात्मक परिपक्वता और शैक्षिक उत्कृष्टता के बीच संबंध को समझा जा सकें। राय और खान (2023) उन्होंने छात्रों की भावनात्मक बुद्धिमत्ता और शैक्षणिक प्रदर्शन के बीच एक महत्वपूर्ण सकारात्मक संबंध पाया है। अगबरिया, (2021) जिन्होंने इजरायल-फिलिस्तीनी हाई स्कूल के छात्रों पर अध्ययन किया, और पाया कि आधे से अधिक छात्रों को अपने स्कूल में शैक्षणिक तनाव था और पाठ्यक्रम से डर था। प्रस्तुत अध्ययन में वर्णनात्मक अनुसंधान की सर्वेक्षण विधि प्रयुक्त की गई है प्रस्तुत शोध अध्ययन में मुजफ्फरनगर जिले के सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों को सम्मिलित किया गया। माध्यमिक विद्यालय के 5सरकारी तथा 5 गैर सरकारी विद्यालयों को सम्मिलित किया गया। तथा प्रतयेक विद्यालय से 10.10 विद्यार्थियों का चयन किया गया प्रस्तुत अध्याय में शोध की समस्या से संबंधित शोध विधि, में मध्यमान,मानक विचलन एवं टी टेस्ट का प्रयोग किया गयज्ञं माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों छात्रों की भावनात्मक परिपवक्ता का मापनी हेतू डॉक्टर यशवीर सिंह, डॉक्टर महेश भार्गवा, डॉक्टर ए.के.सिंह तथा डॉक्टर एक.सेन गुप्ता द्वारा निर्धारित मानकों की सहायता से किया गया। तथा विद्यार्थियों की भावनात्मक परिपवक्ता का शैक्षणिक उपलब्धि का सहसंबंधातमक अध्ययन अध्ययन कार्लपियर्सन सहसंबंध विधि द्वारा किया गया। तथा यह पाया गया की सरकारी एवं गैर सरकारी माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की भावनात्मक परिपक्वता के मध्य सार्थक अंतर नहीं है सरकारी एवं गैर सरकारी माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धि के मध्य सार्थक अंतर नहीं है । माध्यमिक स्तर पर विद्यार्थियों की भावनात्मक परिपक्वता एव शैक्षणिक उपलब्धियों के बीच के मध्य सार्थक अंतर नहीं है।
Pages: 862-865 | 66 Views 32 Downloads